8th Pay Commission 2024: भारत में केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के बीच 8वें वेतन आयोग को लागू करने की संभावना काफी चर्चा का विषय रही है। हालांकि सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन वेतन और लाभों में संभावित बदलावों के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं।
वर्तमान स्थिति और संभावित समयरेखा
अभी तक केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन मिल रहा है, जिसे 1 जनवरी 2016 को लागू किया गया था। आमतौर पर, वेतन आयोग हर 10 साल में संशोधित किया जाता है, जिसका मतलब है कि 8वां वेतन आयोग संभावित रूप से 1 जनवरी 2026 तक लागू हो सकता है। हालांकि, सरकार ने समयसीमा के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी है।
हाल ही में राष्ट्रीय परिषद के सचिव श्री गोपाल मिश्रा ने कैबिनेट को पत्र लिखकर 8वें वेतन आयोग को लागू करने की सिफारिश की है। इसके बावजूद सरकार ने अभी तक इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को किसी भी बदलाव के प्रभावी होने से पहले सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा।
कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए अपेक्षित लाभ
अगर 8वां वेतन आयोग लागू होता है तो इससे केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन में बड़ा बदलाव आ सकता है। मौजूदा 7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये तय किया गया है। 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर यह संभावित रूप से 26,000 रुपये तक बढ़ सकता है।
नए वेतन आयोग से लगभग 49 लाख मौजूदा कर्मचारियों और 68 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। निचले स्तर के कर्मचारियों के वेतन में सालाना संशोधन हो सकता है, जबकि उच्च पदों पर बैठे लोगों के वेतन की हर तीन साल में समीक्षा हो सकती है।
फिटमेंट फैक्टर और उसका प्रभाव
नए वेतन आयोग का एक मुख्य पहलू फिटमेंट फैक्टर में वृद्धि होगी। यह बदलाव सीधे तौर पर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन को प्रभावित करता है। 8वें वेतन आयोग के लागू होने से फिटमेंट फैक्टर में संभावित रूप से 3.68 गुना वृद्धि हो सकती है।
इस समायोजन से न केवल वेतन में वृद्धि होगी, बल्कि मौजूदा कर्मचारियों और पेंशनभोगियों दोनों के लिए भत्ते और लाभ में भी वृद्धि होगी। इन परिवर्तनों का सटीक विवरण तभी पता चलेगा जब सरकार आधिकारिक तौर पर नए वेतन आयोग की घोषणा और कार्यान्वयन करेगी।