Gold Rates Today: भारत 14 सितंबर, 2024 को हिंदी दिवस मना रहा है, इस दौरान कीमती धातुओं के बाजार में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। सोने की कीमतों में 440 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जबकि चांदी में 2,500 रुपये की तेजी आई है। इन नई दरों के साथ सोना 75,000 रुपये के करीब पहुंच गया है, जबकि चांदी 92,000 रुपये के आसपास मँडरा रही है। आइए आज के सोने और चांदी के भावों और कुछ जरूरी खरीदारी टिप्स के बारे में विस्तार से जानें।
प्रमुख शहरों में नवीनतम सोने की दरें
ज्वेलरी मार्केट द्वारा जारी ताजा कीमतों के अनुसार, 14 सितंबर 2024 को 22 कैरेट सोने की कीमत 68,800 रुपये, 24 कैरेट की कीमत 75,040 रुपये और 18 कैरेट की कीमत 56,290 रुपये प्रति 10 ग्राम है। यहां विभिन्न शहरों में सोने की कीमतों का ब्यौरा दिया गया है:
18 कैरेट सोना:
- दिल्ली: 56,290 रुपये
- कोलकाता और मुंबई: 56,170 रुपये
- इंदौर और भोपाल: 56,210 रुपये
- चेन्नई: 56,230 रुपये
22 कैरेट सोना:
- भोपाल और इंदौर: 68,700 रुपये
- जयपुर, लखनऊ, दिल्ली: 68,800 रुपये
- हैदराबाद, केरल, कोलकाता, मुंबई: 68,650 रुपये
24 कैरेट सोना:
- भोपाल और इंदौर: 74,940 रुपये
- दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़: 75,040 रुपये
- हैदराबाद, केरल, बैंगलोर, मुंबई: 74,890 रुपये
- चेन्नई: 74,890 रुपये
चांदी की दरें और बाजार रुझान
चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय उछाल आया है, कई शहरों में इसकी कीमत 92,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। यहाँ एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
- जयपुर, कोलकाता, अहमदाबाद, लखनऊ, मुंबई, दिल्ली: 92,000 रुपये प्रति किलो
- चेन्नई, मदुरै, हैदराबाद, केरल: 97,000 रुपये प्रति किलोग्राम
- भोपाल और इंदौर: 92,000 रुपये प्रति किलो
सोना खरीदने के लिए आवश्यक सुझाव
- हॉलमार्क की जांच करें: हमेशा भारतीय मानक संगठन (आईएसओ) द्वारा प्रमाणित हॉलमार्क वाले सोने को प्राथमिकता दें।
- कैरेट को समझें: 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है, जबकि 22 कैरेट सोना लगभग 91% शुद्ध होता है।
- शुद्धता चिह्न: 24 कैरेट के लिए 999, 22 कैरेट के लिए 916 आदि जैसे शुद्धता चिह्नों को देखें।
- मिश्र धातु संरचना: 22 कैरेट सोने में स्थायित्व के लिए 9% अन्य धातुएं होती हैं।
- 24 कैरेट सोने की सीमाएं: यह आभूषणों के लिए बहुत नरम है, लेकिन सिक्कों के रूप में उपलब्ध है।
याद रखें, बताई गई कीमतें सांकेतिक हैं। वास्तविक खरीद मूल्य में जीएसटी, टीसीएस और मेकिंग चार्ज जैसे अतिरिक्त शुल्क शामिल हो सकते हैं। सटीक दरों के लिए, अपने स्थानीय जौहरी से संपर्क करना सबसे अच्छा है।
त्यौहारी सीजन शुरू होते ही सोने और चांदी की कीमतों में उछाल के लिए अंतरराष्ट्रीय मांग, वैश्विक आर्थिक स्थिति और स्थानीय आपूर्ति-मांग गतिशीलता सहित कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। जबकि कीमती धातुएँ खरीदना एक अच्छा निवेश और सांस्कृतिक परंपरा हो सकती है, खासकर हिंदी दिवस जैसे अवसरों पर, अपनी वित्तीय स्थिति के आधार पर सूचित निर्णय लेना और हमेशा प्रमाणित विक्रेताओं से खरीदारी करना महत्वपूर्ण है।