Gold Silver Rate Today: जन्माष्टमी के त्यौहार से ठीक पहले भारतीय सर्राफा बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट का रुख देखने को मिला है। इस गिरावट ने देश के प्रमुख शहरों में सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित किया है, जिससे खरीदारों को कम दरों पर कीमती धातुएं खरीदने का मौका मिल सकता है।
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों का रुझान
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹72,790 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹66,740 प्रति 10 ग्राम है। मुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹72,640 और 22 कैरेट सोने की कीमत ₹66,590 प्रति 10 ग्राम पर थोड़ी कम है। अहमदाबाद, चेन्नई और कोलकाता जैसे अन्य प्रमुख शहरों में भी 24 कैरेट सोने की कीमत ₹72,640 से ₹72,690 प्रति 10 ग्राम के बीच है।
सोने की दरों में क्षेत्रीय भिन्नताएँ
पूरे भारत में कुछ क्षेत्रीय भिन्नताएँ देखी जा सकती हैं। लखनऊ और जयपुर में कीमतें दिल्ली के समान ही हैं, जहाँ 24 कैरेट सोने की कीमत ₹72,790 प्रति 10 ग्राम है। दूसरी ओर, पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत थोड़ी कम यानी ₹72,690 है। दक्षिणी और पूर्वी राज्यों की राजधानियाँ जैसे बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹72,640 प्रति 10 ग्राम बताई जा रही है, जो मुंबई की कीमतों के बराबर है।
चांदी बाजार के रुझान
चांदी के बाजार में भी गिरावट आई है, जिसकी कीमतों में 300 रुपये प्रति किलोग्राम तक की गिरावट आई है। दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी इस समय 86,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही है। चांदी की कीमतों में यह गिरावट, सोने की कीमतों में कमी के साथ मिलकर निवेशकों और उपभोक्ताओं को अधिक किफायती दरों पर कीमती धातुएं खरीदने के लिए आकर्षित कर सकती है।
मूल्य गिरावट को प्रभावित करने वाले कारक
कीमती धातुओं की कीमतों में मौजूदा गिरावट के लिए वैश्विक बाजार के रुझान, स्थानीय मांग-आपूर्ति की गतिशीलता और आगामी त्यौहारी सीजन सहित कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। जन्माष्टमी के करीब आने के साथ, यह देखना बाकी है कि क्या कीमतों में यह गिरावट भारतीय सर्राफा बाजार में खरीदारी की गतिविधि को बढ़ावा देगी।
खरीदारों और निवेशकों के लिए निहितार्थ
यह मूल्य गिरावट कीमती धातुओं में रुचि रखने वाले खरीदारों और निवेशकों के लिए एक संभावित अवसर प्रस्तुत करती है। हालांकि, महत्वपूर्ण खरीदारी करने से पहले दीर्घकालिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों पर विचार करना महत्वपूर्ण है। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे इन मूल्य उतार-चढ़ावों पर कड़ी नज़र रखें और ज़रूरत पड़ने पर वित्तीय विशेषज्ञों से सलाह लें।
चूंकि बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कीमतों का रुझान किस तरह विकसित होता है, खासकर त्योहारी सीजन के दौरान। मौजूदा परिदृश्य अल्पावधि में खरीदारी के पैटर्न और निवेश रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है।