Sahara Refund 2024: सहारा इंडिया के लंबे समय से चले आ रहे रिफंड मामले में एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में संसद में इस मामले पर बात की और अपने रिफंड का इंतजार कर रहे लाखों निवेशकों को उम्मीद की किरण दिखाई।
सहारा रिफंड पर वित्त मंत्री का बयान
निर्मला सीतारमण ने माना कि मुख्य रूप से छोटे निवेशक ही रिफंड का दावा करने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा, “गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) पूरे मामले की जांच कर रहा है। वे यह भी देख रहे हैं कि सभी निवेशक रिफंड का दावा करने के लिए आगे क्यों नहीं आए और वे कहां हैं।”
मंत्री ने जोर देकर कहा कि एसएफआईओ के विस्तृत विश्लेषण के बाद एक स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी, जिससे उचित कार्रवाई संभव हो सकेगी। सीतारमण के अनुसार, सहारा समूह की कंपनियों में 3.7 करोड़ निवेशकों में से अब तक केवल 19,650 लोगों ने ही रिफंड के लिए आवेदन किया है।
रिफंड दावों की वर्तमान स्थिति
प्राप्त दावों में से:
- 17,250 दावों का निपटारा किया गया
- शेष आवेदकों को दावा प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है
कुल निवेशक आधार की तुलना में दावों की यह कम संख्या अन्य निवेशकों के ठिकानों तथा रिफंड का दावा करने में उनकी अनिच्छा के कारणों के बारे में प्रश्न उठाती है।
निवेशकों के लिए आशा
धीमी प्रगति के बावजूद, इस बात की आशा बढ़ रही है कि सभी निवेशकों को अंततः उनका रिफंड मिल जाएगा। इस मामले पर सरकार का बढ़ता ध्यान यह दर्शाता है कि इस मुद्दे को व्यापक रूप से हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जैसे-जैसे सरकार के ध्यान में और मामले आते जाएंगे, ऐसा लगता है कि निवेशकों को भुगतान अपरिहार्य हो जाएगा। आने वाले दिनों में, इस बात की प्रबल संभावना है कि सभी निवेशकों के पैसे वापस कर दिए जाएंगे, जिससे लाखों प्रभावित व्यक्तियों को राहत मिलेगी।
रिफंड की स्थिति कैसे जांचें
निवेशक इन चरणों का पालन करके अपनी रिफंड स्थिति की जांच कर सकते हैं:
- सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल पर जाएं
- ‘जमा’ विकल्प पर क्लिक करें
- अपने आधार कार्ड के अंतिम 6 अंक दर्ज करें
- प्रदर्शित कैप्चा दर्ज करें
- अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा गया OTP दर्ज करें
- अपनी धनवापसी स्थिति देखने के लिए लॉग इन करें
इस प्रक्रिया से निवेशकों को यह पता चलता है कि उनका रिफंड संसाधित हो गया है या अभी भी लंबित है।
सहारा रिफ़ंड का मामला लगातार सामने आ रहा है, इसलिए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक स्रोतों से मिलने वाले अपडेट के बारे में जानकारी रखें और सुनिश्चित करें कि उनके दस्तावेज़ सुचारू रूप से दावा प्रक्रिया के लिए सही हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है जो सहारा इंडिया से अपने निवेश की वापसी के लिए वर्षों से इंतज़ार कर रहे हैं।